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गुरु अमरदास के प्रकाश पर्व का समापन, हजारों ने मत्था टेका
इंदौर. श्री गुरु अमरदास प्रकाश पर्व पर गुरु अमरदास हॉल में चल रहे तीन दिनी कार्यक्रम का आज दोपहर समापन हुआ. तीन दिनी इस आयोजन में शहर और आसपास के हजारों लोगों ने शबद गायन सुना और लंगर का लाभ लिया. इस दौरान समाज के लोगों ने साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखा.
आज सुबह कार्यक्रम की शुरुआत साढ़े सात बजे श्री सुखमनी साहेब सेवा सोसायटी द्वारा सुखमनी साहेब के पाठ से हुई. इस दौरान भाई साहेब सूरजसिंह जी ने मनोहारी कीर्तन के जरिये संगत की सेवा की. शहर और बाहर के समाज जनों ने मत्था टेका और वाणी लाभ लिया. दिल्ली से पधारे गुरुद्वारा शिशगंज साहेब के हेड ग्रंथि भाई साहब हरदेव सिंह ने सुबह साढ़े दस बजे से गुरु अमरदास सिंह के जीवन से जुड़ी तमाम घटनाओं को विस्तार से बताया और समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने की बात कही. भाई साहब हरदेव सिंह ने महान विचारों से संगत को मन्त्र मुग्ध कर दिया. दरबार साहेब अमृतसर साहेब से पधारे भाई साहब रायसिंह जी ने समापन पर मनोहारी कीर्तन किया.
संगत में पधारे श्रद्धालुओं के लिए पदमश्री भाई साहब निर्मलसिंह जी खालसा ने अपनी शास्त्रीय संगीत कला का परिचय दिया. उन्होंने अपनी इस कला से जब कीर्तन किया तो दीवान हॉल में बैठे तमाम लोग आनंदित हो गए. प्रधान (अध्यक्ष)अमरजीत सिंह बग्गा और सचिव अमरजीत सिंह भाटिया ने बताया कि समागम में पधारे हजारों लोगों के लिए गन्ने के रस और छाछ की छबील का इंतेजाम संगत के द्वारा किया गया था. इस दौरान कमेटी के लोगों ने इस बात का खास ख्याल रखा कि कहीं भी गंदगी न होने पाए. गुरुद्वारा कमेटी प्रताप नगर के साथ ही बाकि गुरुद्वारा के सहयोग से दोनों समय हजारों लोगों के लिए लंगर की सेवा की गई, जिसमें भी साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखा गया. गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी प्रताप नगर में समागम की सफलता पूर्वक समापन पर पूरी संगत का आभार माना।